टेंट सिटी संगम


टेंट सिटी संगम

जिन लोगों ने कुंभ मेला की भव्यता देखी थी और राजशाही टेंट सिटी में रुककर महराजाओं की जिंदगी का लुत्फ उठाया था वैसा ही मौका संगम नगरी में माघ मेला में देखा जा सकता है। एक महीने तक चलने वाले माघ मेला में आपको टेंट सिटी की सुविधा देखने को मिलेगी।

ऑनलाइन बुकिंग सुविधा के साथ आपको टेंट सिटी में मिलेगी ठहरने की सुविधा। 2019 में पहली बार टेंट सिटी का चलन माघ मेले आया है, न ही होटल में रुकने का झंझट। इन काटेजों की बुकिंग आन लाइन तरीके से आसानी से हो सकेगी और बेहतरीन कुंभ जैसी सुविधा से यह काटेज लैस होंगे। टेंट सिटी में फूड कोर्ट के साथ में कैंटीन भी होगी। जहां सभी तरह के व्यंजन भी उपलब्ध होंगे।


यह मौक उनके लिए और खास होगा जो किसी कारण से कुंभ में नहीं आ सके थे और अब कुंभ वाली पूरी फीलिंग और व्यवस्था के साथ भव्यता का आनंद उठा सकेंगे। यानी अगर आप माघ मेला में आना चाहते हैं, संगम में स्नान करना चाहते हैं, लेकिन यहां ठहरने की व्यवस्था आपके पास नहीं है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है।

हर बार प्रयागराज में लगने वाला माघ मेला देशी विदेशी सैलानियों के संगम प्रवास की समस्या को दूर कर देगा। संगम में रुकने की चिंता नहीं पर्यटकों को संगम नगरी में ठहरने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं होगा और न ही माघ मेला क्षेत्र से दूर किसी होटल में रुकने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

वसन्त पंचमी के पावन पर्व

 

इस पावन पर्व पर माघ मेला पुलिस श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन करती है | वसंत पंचमी पर्व का यह अलौकिक दृश्य है | इस पावन पर्व पर स्नान का महत्त्व माँ सरस्वती की पूजा पाठ करके लोग ऋषि मुनियों का आशीर्वाद लेते है।

इस बार सैलानियों के लिए मेला क्षेत्र में ही स्विस कॉटेज मिलेंगे। जिनका प्रतिदिन के हिसाब से किराया देकर दर्शनार्थी रुक सकेंगे। इससे होटल से आने-जाने में समय व धन खर्च में भी बचत होगी। साथी धर्म क्षेत्र में प्रवास कर पुण्य अर्जित करने का मौका भी मिल सकेगा।

यह सारी व्यवस्था इस बार खुद उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग कर रहा है और इसके लिए तैयारियां अपने अंतिम दौर में हैं। पर्यटन विभाग के उप निदेशक दिनेश कुमार ने बताया कि टेंट सिटी 10 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बसाई जाएगी। जिसके लिये टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। निजी कंपरियों के माध्यम से स्विस काटेज बनाये जायेंगे, हालांकि जमीन पर्यटन विभाग की होगी।

मौनी अमावस्या पर्व


स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं की सुरक्षा/भीड़ नियंत्रण एवं मेले मे किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए माघ मेले के सभी सेक्टरों मे फूट पेट्रोलिंग कर ड्यूटी पर तैनात पुलिस/पीएसी/एसटीएफ/आरएएफ/बम निरोधक दस्ता एवं एटीएस के जवान जगह जगह तैनात है। समस्त व्यवस्था को बनाये रखने में "ख़ाकीधारियों" के अथक परिश्रम का भी विशेष स्थान होता है! जब उच्चाधिकारी भी स्वयं अधिनस्थों के साथ कँधे से कंधा मिला कर धरातल पर सक्रिय रहते हों तब सब कुछ सकुशल सम्पन्न होने की १००% गारंटी होती है।

संगम आने वाले सैलानी कॉटेज का किराया देकर यहां पर प्रवास कर सकेंगे। क्या है योजना कुंभ में पूरी दुनिया को अपनी ओर खींचने वाले प्रयागराज में हर साल माघ मेला लगता और प्रत्येक 6 वर्ष पर कुंभ व 12 वर्ष पर महाकुंभ लगता है। इसी के क्रम में 14 जनवरी से इस बार का माघ मेला शुरू हो रहा है। जिसमें पहली बार 10 हेक्टेयर क्षेत्रफल में टेंट सिटी बसाई जायेगी।

इसके लिये मेला प्रशासन से पर्यटन विभाग ने 10 हेक्टरेयर जमीन लीज पर ली है और उस पर स्विस कॉटेज निर्माण की जिम्मेदारी निजी कंपनियों को दी है। फिलहाल इस बार देसी विदेशी सैलानियों को प्रवास करने की सुविधा उपलब्ध होगी। 10 हेक्टरेयर में बसेगी टेंट सिटी 30 दिन के माघ मेला 2020 में पर्यटन विभाग की ओर से 10 हेक्टरेयर स्विस कॉटेज की टेंट सिटी बसाई जायेगी।

यह सभी कॉटेज प्रवासी भारतीयों, विदेशी नागरिकों व देश के आम पर्यटकों और श्रद्धालुओं को किराये पर दिये जायेंगे। इसमें महाराजा स्विस कॉटेज सबसे खास होगा, जिसमें लग्जरी डबल बेड के अलावा चेयर टेबल और इसकेसाथ यूरोपियन बाथरूम भी होगा।

जबकि वातानुकूलित काटेज में शानदार राजशाही बिस्तर के अलावा फ्रीज और टेलीविजन, ब्लोवर भी उपलब्ध होगा। सुबह शाम बाहर की आबेहवा का तुल्फ उठाने के लिये एक लॉबी होगी, जिसमें वह अपनी मर्जी से राजशाही फरमान की चीजें कर सकेंगे।

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2 Comments

  1. आप का लेख वाकई में बहुत अच्छा है। आपके लेख पढ़ के मुझे बहुत अच्छा लगा। एक मेरे लेख को भी देखें माघ मेला लेख

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