अमेरिका में तो हर तरफ "भारत उत्सव" मनाया गया. कोई डांडिया
, कोई भांगड़ा , कोई वन्देमातरम् गा रहा था. पूरा अमेरिका
भारतमय हो गया है. जनता में गजब का उत्साह है . मोदी का जलवा है, आज भारत का हर नागरिक खुद को गौरवान्वित
महसूस कर रहा है. मोदी जी के सम्मान में दिया गए मध्याह्नकालीन भोज (Dinner) में नवरात्र उपवास के बावजूद ओबामा मोदी
की एनर्जी से खासा प्रभावित हुए.
साउथ एवं सेंट्रल एशिया की अमेरिकी विदेश सचिव निशा देसाई बताती
हैं कि व्हाइट हाउस में जब डिनर चल रहा था तो उस समय मजाक भी किया गया कि सब खा रहे
हैं और मोदी उपवास पर हैं। उसी समय ओबामा ने मोदी की तारीफ की कि कैसे वह सिर्फ गर्म
पानी के शेड्यूल को अपनाने के बाद भी इतने एनर्जेटिक बने हुए हैं. योग पर ओबामा ने
मोदी से खूब बातें की - निशा देसाई के मुताबिक ओबामा ने योग पर बातचीत करने में भी
काफी रूचि दिखाई. बातचीत में कई बार बहुत ही व्यक्तिगत और कई बार बहुत ही मानवीय मुद्दों
पर बात हुई. सिर्फ गुनगुना पानी पीकर भी इतनी ऊर्जा एवं जोश से इतने व्यस्त कार्यक्रम
को पूरा कर पा रहे थे,
उसे देखकर ओबामा दंग रह
गये.
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वर्षीय मोदी पिछले कई वर्षों से योग कर रहे हैं। मोदी ने जब पिछले
शनिवार को यूएनजीए में अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर बात की तो भारत में उनकी खूब आलोचना
भी हुई लेकिन दूसरे कई देशों ने मोदी की इस मुद्दे पर काफी तारीफ भी की. अमेरिकी कांग्रेस
की सदस्य तुलसी गिब्बार्ड ने कहा है कि वह इस सिलसिले में एक प्रस्ताव पास करने
में अमेरिकी कांग्रेस की मदद करेंगी.
अमेरिकी की फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा की वजह से योग व्हाइट हाउस
के अंदर तक पहुंचा। आज भी मिशेल व्हाइट हाउस में योग करती हैं. लेकिन तब तक ओबामा
योग से प्रभावित नहीं थे. लेकिन वह मोदी की ऊर्जा और जोश से बेहद प्रभावित नजर आए, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी का अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का आइडिया भी पसंद आ गया है. वे इस
पहल को आगे ले जाना चाहते हैं. अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य तुलसी गिब्बार्ड ने कहा
है कि वह इस सिलसिले में एक प्रस्ताव पास करने में अमेरिकी कांग्रेस की मदद करेंगी.
एक सर्वे के मुताबिक इस समय करीब 35 प्रतिशत अमेरिकी नागरिकों
ने योग को अपनी जिंदगी का हिस्सा बना डाला है. वहीं दूसरी ओर वर्ष 2012 में अमेरिकी सेनाओं ने
भी अपने सैनिकों के लिए एक खरस कार्यक्रम शुरू किया था. इस कार्यक्रम के तहत उन्होंने
अपने सैनिकों को तनाव से मुक्त कराने के लिए विशेष योग शिविरों का आयोजन किया गया.
अब योग अमेरिकी सेनाओं के कैंप का एक अहम हिस्सा बन गया है.
कौन कहता है दुनिया झुकती नहीं. . . . झुकती तो है पर झुकाने वाला
होना चाहिए . मोदी जी ने वो कर दिखाया जो वो अक्सर कहा करते हैं . "ना वो खायें
गे ना खाने देंगे" वो भी अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मोदी जी के सम्मान
में दिया गए मध्याह्नकालीन भोज (Dinner)
में शुद्ध शाकाहारी भोजन
था ऐसा अमेरिका के इतिहास में पहली बार हुआ है. वरना आज तक मांस और शराब हर मध्याह्नकालीनभोज में होता था.
इस तस्वीर में ओबामा के बाडी लेंग्वेज से यह प्रतीत हो रहा है जैसे
वह मोदी के व्यक्तित्व को पहचानने की कोशिश कर रहे हो - आखिर इस इंसान में ऐसा है क्या
जो जनता इसके लिए इतनी दीवानी है.वही मोदी उन्हें कुछ बताने में मग्न है पर ओबामा उन्हें
सुन कम समझने की कोशिश ज्यादा कर रहे है. और जब समझ में आया तो उनके दीवाने हो गए - बोले हम भी योग करेंगे . घर घर मोदी व्हाइट हाउस में भी मोदी.
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